
अस्पताल में आगजनी का जिम्मेदार कौन?कलेक्टर के आदेश पर जांच शुरू, पाटीदार अस्पताल प्रबंधन और CMHO कठघरे में
■वीवीएस सेंगर
उज्जैन। रविवार की दोपहर पाटीदार हॉस्पिटल में लगी भीषण आग और उसके बाद मची अफरातफरी में भले ही यहाँ भर्ती तमाम मरीजों को रेस्क्यू कर लिया गया हो पर आगजनी की इस भीषण घटना ने पाटीदार हॉस्पिटल में फायर और सेफ्टी इंतजामों की पोल खोल कर दी है। अस्पताल में आगजनी के इस भयंकर हादसे के बाद पाटीदार अस्पताल प्रशासन सवालों के घेरे में है ही मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ महावीर खंडेलवाल भी सवालों के कठघरे में फंस गए हैं। क्योंकि जिले में संचालित सभी सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में फायर एवं सेफ्टी सहित अन्य इंतजामों की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी सीएमएचओ की होती है।
हालांकि इस सबके बीच कलेक्टर के आदेश पर पाटीदार हॉस्पिटल में हुए भीषण अग्निकांड की जांच शुरु कर गई है। अस्पताल में हुई आगजनी की घटना के बाद एफएसएल की टीम पाटीदार हॉस्पिटल पहुंची और अस्पताल में आग लगने के कारणों की जांच की कि आखिर किस कारण से अस्पताल में इतनी भीषण आग लग गई कि पूरा अस्पताल जलकर खाक गया और करीब दो घँटे तक यहाँ हाहाकार मचा रहा और अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीजों सहित नवजात शिशुओं और उनकी माँओं की जान बचाने के लिए उनके अटेंडर एवं परिजनों को लेने के देने पड़ गए।
उल्लेखनीय है कि पाटीदार अस्पताल प्रबंधन द्वारा शुरुआत से यह कहा जा रहा है की शॉर्ट सर्किट की वजह से अस्पताल में आग लगी पर एफएसएल अधिकारी डॉ प्रीति गायकवाड इसे नहीं मानती। उनके मुताबिक हो सकता है कि शॉर्ट सर्किट की वजह से स्पार्किंग होने से आग लगी हो लेकिन यह आग इतनी भीषण नहीं हो सकती कि पूरे अस्पताल को अपनी चपेट में ले ले। उनके मुताबिक आईसीसीयू में ऑक्सीजन लीकेज की वजह से आग लगने का हादसा हो सकता है। उनके मुताबिक अभी यह लोकेट नहीं हो पाया है कि आग लगने की शुरुआत कहां से हुई। इसलिए अस्पताल में लगे आधा दर्जन से अधिक सीसीटीवी का भी डाटा भी लिया जा रहा है। वही बिजली के तारों को भी जब्त किया गया है ताकि यह पता चल सके आग लगने की असली वजह शॉर्ट सर्किट है या फिर ऑक्सीजन का लीकेज। यहां बता दें पाटीदार हॉस्पिटल में हुई तीसरा आगजनी की इस घटना की जांच के लिए कलेक्टर ने एसडीएम सीएसपी फायर ऑफिसर एफएसएल अधिकारी की अगुवाई में एक जांच टीम गठित की है जो आग लगने के कारणों की पड़ताल करेगी और रिपोर्ट कलेक्टर को देगी। टीम ने अस्पताल पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और तमाम एविडेंस जुटानेे के साथ ही आईसीयू को सील कर दिया है जहां सबसे पहले आग लगी थी।